Farm Bill 2020 : पंजाब और हरियाणा के किसान केंद्र सरकार की नै farm bill जिसे सरकार ने लोक सभा और राज्य सभा में पास कराया, और बिल पास होते ही बीजेपी की घटक अकाली दल की Harsimrat Kaur Badal ने इस बिल के विरोध मैं अपना इस्तीफा दे दिया है।
The Produce Trade and Commerce and the Price Assurance and Farm Services bills की विरोध कांग्रेस और अकाली दल कर रहे है, साथ इस बिल के विरोध में पंजाब और हरियाणा के किसान 24 सितम्बर से रेल रोको आंदोलन की घोषणा की है।

क्या है Farmers’ Produce Trade and Commerce (Promotion And Facilitation) Bill, 2020, and the Farmers (Empowerment and Protection) Agreement on Price Assurance and Farm Services Bill, 2020 जो की दो बिल है।
Farmers’ Produce Trade and Commerce (Promotion And Facilitation) Bill, 2020, – किसानों अपने अनाज को खुली मंडी में बेच सकते है और इस बिल के माध्यम से मंडियों से अपने उत्पादों को बेचने के लिए एक प्रणाली प्रदान करता है।
Farmers (Empowerment and Protection) Agreement on Price Assurance and Farm Services Bill, 2020 किसान को खरीदारों की संस्थाओं के साथ अनुबंध संबंधी समझौतों करने का मौका प्रदान करेगा।
किसान क्यों इस farm bill का विरोध कर रहे है।
किसानो को डर है कि केंद्र FCI एफसीआई खरीद की वर्तमान प्रणाली को समाप्त कर देगा। पंजाब में किसानों को लगता है कि भारतीय खाद्य निगम (FCI) और अन्य केंद्रीय एजेंसियां राज्यों की गेहूं और चावल की खरीद को बंद कर देंगी, जिससे उन्हें व्यापारियों के सामने मजबूरन अपने अनाज़ को बेचना पड़ेगा।