रामकुमार नायक/महासमुंद. सेना में रह कर देश की सेवा तो आर्मी का हर जवान करता है. लेकिन महासमुंद जिले के बिरकोल में एक ऐसे रिटायर्ड फौजी भी हैं. जिनका सेना के प्रति समर्पण और देश सेवा का जज्बा रिटायरमेंट के बाद भी बरकरार है. आर्मी मैन धर्मेंद्र चौधरी अब नौजवानों को आर्मी के लिए ट्रेनिंग देने वाले हैं. महासमुंद जिले के इस रिटायर्ड फौजी ने अपनी नौकरी का पूरा कार्यकाल तो देश के लिए समर्पित किया ही है. रिटायरमेंट के बाद का जीवन भी सेना और नौजवानों के भविष्य के लिए समर्पित कर रहे हैं.
रिटायर्ड फौजी धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि महासमुंद जिले के ऐसे बेरोजगार युवा जो पढ़े-लिखे हैं व सैनिक भर्ती में जाना चाहते हैं, लेकिन सही मार्गदर्शन व जरूरी प्रशिक्षण न मिलने से अपने सपनों को साकार नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे युवाओं को इंडियन ARMY, नेवी, एयरफोर्स, CRPF, BSF व अन्य सुरक्षाबलों में भर्ती के लिए शारीरिक व शैक्षणिक प्रशिक्षण देने के लिए फुलझर डिफेंस एकेडमी की स्थापना की जा रही है. धर्मेंद्र चौधरी ने आगे बताया कि सेना से रिटायर होने के बाद भी पूर्व सैनिकों में देश सेवा का जज्बा बरकरार रहता है. उनकी सोच है कि फुलझर अंचल से अधिक से अधिक बच्चे भारत माता की सेवा के लिए आगे आएं.
शैक्षणिक व शारीरिक योग्यता का परीक्षण
बच्चों को मार्गदर्शन देकर उनमें देश सेवा के लिए उत्साह, जज्बा व जुनून पैदा कर ज्यादा से ज्यादा युवक-युवतियों को शारीरिक रूप से सक्षम और अकादमिक रूप से सफल बनाने का लक्ष्य है. संस्था में बच्चों का रजिस्ट्रेशन कर उनकी शैक्षणिक व शारीरिक योग्यता का परीक्षण किया जाएगा. व्यायाम, पीटी, दौड़ व अन्य गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को सैन्यप्रशिक्षण के लिए दक्ष बनाया जाएगा.
संस्थान का पता
महासमुंद जिले का यह पहला एक ऐसी संस्थान है जहां सेना भर्ती के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिला मुख्यालय से लगभग 126 किमी. दूर सरायपाली शहर के पुष्प वाटिका के सामने फुलझर डिफेन्स एकेडमी के नाम से प्रशिक्षण संस्थान खोला गया है.
प्रशिक्षण के लिए फीस तय
रिटायर्ड फौजी धर्मेद्र चौधरी ने बताया कि फुलझर डिफेन्स एकेडमी में प्रशिक्षण के लिए फीस तय किया गया है. बाहर से प्रशिक्षण के लिए आने वाले युवकों के लिए 30 बिस्तरीय आवास की व्यवस्था की गई है. स्थानीय युवाओं से प्रतिमाह 500 रुपये प्रशिक्षण के लिए लिया जाएगा. बाहर से आने वाले युवाओं से रहने और खाने की व्यवस्था के साथ 3500 रुपये प्रतिमाह प्रशिक्षण फीस के तौर पर लिया जाएगा.
पूर्व सैनिक परिवार और गरीब युवाओं के लिए सुनहरा मौका
रिटायर्ड फौजी धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि आर्थिक तंगी से जूझना न पड़े इसलिए ऐसे काबिल युवा जिनमें सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का जज्बा हो उन गरीब युवाओं और सैनिक परिवार के युवाओं से प्रशिक्षण फीस 500 रुपये नहीं लिया जाएगा. इसके अलावा उन युवाओं को आर्थिक सहयोग फुलझर डिफेंस एकेडमी और पूर्व सैनिक परिषद फुलझर अंचल की ओर से की जाएगी.
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Tags: Army, Mahasamund News
FIRST PUBLISHED : May 04, 2023, 12:33 IST