रायपुरकुछ ही क्षण पहले
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अलग-अलग शहरों के महापौरों ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी से की शिकायत।
छत्तीसगढ़ में इन दिनों कांग्रेस पूरी तरह से चुनावी मोड में है। पार्टी में मैराथन बैठकों का दौर चल रहा है। दो दिनों से कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा बैठकें ले रही हैं और इन बैठकों में कई मुद्दों को लेकर चर्चा और शिकायतें भी हो रही है।
मंत्रियों से वन टू वन चर्चा के बाद जब महापौरों की बारी आयी, तब कई शहरों के मेयर ने अपनी ही पार्टी के नेताओं की शिकायत प्रदेश प्रभारी से की। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के ही कई स्थानीय नेता ही उन्हें काम करने नहीं दे रहे हैं। ऐसी शिकायतें करने वालों में महिला महापौरों की संख्या ज्यादा रही।

बुधवार को हुई बैठक में कुमारी सैलजा से महापौरों ने स्थानीय कांग्रेस नेताओं की शिकायत की है।
सूत्रों के मुताबिक राजनांदगांव महापौर हेमा देशमुख, जगदलपुर की महापौर सफीरा साहू और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर की महापौर कंचन जायसवाल समेत अन्य महापौरों ने भी बैठक के दौरान कुमारी सैलजा से ये शिकायत की है कि उन्हें काम में दिक्कतें अपनी ही पार्टी के नेताओं की वजह से हो रही है।
उनकी इस शिकायत के बाद कुमारी सैलजा ने व्यक्तिगत तौर पर इसकी जानकारी महापौरों से मांगी है कि उन्हें दिक्कतें किस तरह की आ रही है और ऐसा करने वाले कौन लोग हैं। कुमारी सैलजा ने कहा कि महापौरों में किसी भी तरह की नाराजगी नजर नहीं आई हालांकि शिकायतों को लेकर उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत शिकायतें मिली है, जिसका वहीं समाधान किया गया है।
विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए दिए गए टास्क
बैठक के बाद रायपुर महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि सभी महापौरों को साल 2023 और 24 के लिए टास्क दिया गया है। चुनावी तैयारियों में अभी से सभी को जुटने कहा गया है। साथ ही ऐसे शहर जहां पार्षदों से महापौर की ट्यूनिंग बेहतर नहीं है, वहां कॉर्डिनेशन बनाने को कहा गया है। ढेबर ने कहा कि 2023 के लिए एक्सरसाइज शुरू हो गई है। कल से ही सभी महापौर और सभापति दिए गए टास्क को पूरा करते दिखाई देंगे। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान शहरी मतदाताओं के लिए भी योजनाएं घोषणा पत्र में लाने का सुझाव आज की बैठक में दिया गया है।