कांकेर31 मिनट पहले
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जिले के भानुप्रतापपुर पश्चिम वनमंडल अंतर्गत कापसी वनपरिक्षेत्र के गोंडाहुर समिति की पांच फड़ों में गुरुवार की रात नक्सलियों ने आग लगा दी। अब तक नुकसान का आकलन नहीं हो पाया है। इस आगजनी की वारदात से तेंदूपत्ता संग्राहकों और ठेकेदार के कर्मचारियों में दहशत है।
तेंदूपत्ता खरीदी में लगे ठेकेदार के कर्मचारी घटना के बाद फड़ छोड़ भाग गए। समिति अब तेंदूपत्ता खरीदी नहीं हाेने की बात कह रही है। घटना के बाद शुक्रवार शाम तक एफआईआर तक दर्ज नहीं कराई गई है। बड़गांव पुलिस ने नाहगीदा से पर्चे जरूर बरामद किए हैं।
गोंडाहूर क्षेत्र में गुरुवार रात नक्सलियों ने पत्ता खरीदी केंद्र में जमकर उत्पात मचाया। गोंडाहूर समिति के हानफर्सी, ग्राम पीवी 53, पीवी 54 तथा कुरूषबोड़ी फड़ में तंेदूपत्ता को आग लगा दिया। सभी फड़ चार से पांच किमी के दायरे में हैं। इसके अलावा बड़गांव के नाहगीदा फड़ में भी आगजनी की। आगजनी करने नक्सली 7 अलग अलग दलों में रात 2 बजे पहुंचे थे।
अपनी पहचान छुपाने मुंह में कपड़ा बांध रखा था। सीधे फड़ में पहुंच सूख रहे पत्तों में आग लगा दी गई और वहां से चले गए। फड़ में ठेकेदार के कर्मचारी मौजूद थे। नक्सलियों ने न तो उन्हें धमकाया और न मारपीट की।
पर्चे में दर नहीं बढ़ाने पर ठेकेदारों को मारकर भगाने की लिखी बात
घटना को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने राजनांदगांव, कांकेर, बालोद डिविजन की ओर से नक्सली पर्चे फेंके हैं। इसमें तेंदूपत्ता दर बढ़ाने, दर नहीं बढ़ाने पर ठेकेदारों को मारकर भगाने जैसी बातें लिखी है। इस घटना के बाद गोंडाहूर समिति के सभी खरीदी केंद्रों में पत्ता तोड़ाई काम बंद हो गया है। समिति में पिछले साल 26 लाख गड्डी पत्ता खरीदी हुई थी जबकि इस साल अब तक मात्र 14 लाख गड्डी ही खरीदी हो पाई है। इस घटना के बाद से दहशत के चलते पत्ता तोड़ने ग्रामीण घरों से नहीं निकले। इन फड़ों के अलावा अन्य फड़ों में भी खरीदी बंद हो गई है।
600 रुपए प्रति सैकड़ा करने की मांग, लोगों ने भी बंद की तोड़ाई
आगजनी के बाद फड़ में नक्सली पर्चे मिले हैं, जिसमें पत्ता खरीदी दाम बढ़ाकर 600 रुपए प्रति सैकड़ा करने मांग की गई है। नक्सलियों की इस मांग के समर्थन में कई गांव के ग्रामीण पत्ता तोड़ाई नहीं कर रहे हैं। तेंदूपत्ता रेट बढ़ाने की मांग को लेकर कंदाड़ी, सितरम इलाके की सात समितियों के दर्जनों गांव के ग्रामीण इस साल तेंदूपत्ता तोड़ाई नहीं कर रहे हैं। कोयलीबेड़ा इलाके में भी ग्रामीणों ने दर बढ़ाने की मांग को लेकर तोड़ाई का बहिष्कार कर दिया है। कई फड़ों में अब क पत्ता तोड़ाई शुरू नहीं हो पाई है, जिन फड़ों में पत्ता खरीदी की गई उनमें नक्सली अब आगजनी कर विरोध जता रहे हैं।