बीजापुर में कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन करते भाजयुमो कार्यकर्ता।
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छत्तीसगढ़ के बीजापुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जमकर प्रदर्शन किया। साढ़े चार साल का बरोजारी भत्ता और नौकरी की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने हल्ला बोल दिया। प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने रोजगार कार्यालय का घेराव किया और फिर कलेक्ट्रेट पहुंचकर उसके गेट पर ताला लगा दिया। कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई।
भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने बेरोजगार भत्ता और स्थानीय भर्ती को लेकर पहले नए बस स्टैंड में धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद यहां से रैली की शक्ल में कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए। यहां पुलिस ने उन्हें मुख्य गेट पर ही रोक दिया। युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच हल्की झूमा झटकी हुई। युवा कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर कार्यालय के मुख्य गेट में ताला जड़ दिया। आक्रोशित युवाओं नारेबाजी करना शुरू कर दिया कि, भूपेश सरकार झूठ बोलना बंद करो, बेरोजगार युवाओं को रोजगार कब तक देंगे।
प्रदर्शन में शामिल प्रदेश के पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि, कांग्रेस सरकार के जनघोषणा पत्र में 36 घोषणाएं थीं। गंगाजल की कसम खाकर कांग्रेस सत्ता में आने के बाद जितने वादे और घोषणाएं किए सब के सब धरे रह गए। महिला स्व सहायता समूहों का कर्जा माफ नहीं किया, हर युवा को रोजगार देने का वादा किया था, बेरोजगारी भत्ता 2500 रुपये नहीं दिए, प्रशिक्षु को 10 हजार रुपये शासकीय भत्ता नहीं दिया गया, सभी लोगों को मुफ्त दवा और इलाज सिर्फ घोषणा ही रह गया। किसानों के लिए बनाई गई योजना, गोधन न्याय योजना महज एक चुनावी जुमला बन कर रह गया।
युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष बलदेव उरसा ने कहा प्रदेश कांग्रेस सरकार ने बेरोजगार युवाओं को झूठ बोल कर चुनाव तो जीत लिया, लेकिन उनके दिल नहीं जीत पाई। कांग्रेस ने जन घोषणा पत्र में बेरोजगार युवाओं को बेरोजगार भत्ता देने का वादा किया था लेकिन आज पर्यन्त तक पूरा नहीं कर पाए। बीजापुर जिले में करीब 13 हज़ार से अधिक बेरोजगार हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कहा था कि उनकी सरकार बनते ही बेरोजागर भत्ता मिलना शुरू होगा और रोजगार देंगे। कहां गए भूपेश सरकार के वादे, क्या झूठ बोलकर सत्ता हासिल करना था। प्रदेश के युवा पूछ रहे जवाब दो।