राम मंदिर पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
5 अगस्त को राम जन्म भूमि पर मंदिर बनाने हेतु माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शिलान्यास रखा गया। इस खुशी के अवसर पर जहा एक तरफ भारत की पूरी जनता खुश नज़र आई वही हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान की प्रतिक्रिया सुनने लायक थी। यू तो भारत के हर काम मे पाकिस्तान को टांग अड़ाने की आदत है। और इसके लिए उसे कई बार मुह की भी खानी पड़ी है। पिछले कई वर्षों में पाकिस्तान भारत के सामने घुटने टेकते नज़र आया है। ये तो बात ऐसी हो गई कि हाथी चलती रहती है और कुत्ते भोकते रहते है।
ऐसा ही कुछ पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा ट्विटर के माध्यम से राम मंदिर को लेकर बयान दिया गया । और उसके बदले में हमारे करोड़ो हिन्दुस्तानियो का जवाब भी उन्हें मिल गया। जिसके बाद अब वो शायद ही हिम्मत करेंगे कभी कुछ बोलने की। लेकिन हम इस बात से भी इंकार नही कर सकते कि पाकिस्तान कभी सुधर सकता है।

आइये जानते है । पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा।
प्रथम प्रतिक्रिया
भारतीय सुप्रीम कोर्ट के त्रुटिपूर्ण निर्णय ने मंदिर निर्माण का कार्य प्रशस्त किया । जो न केवल न्याय के आस्था की प्रधानता को दर्शाता है। बल्कि आज के भारत मे बढ़ते हुए बहुसंख्यवाद को भी दिखाता है।
दूसरी प्रतिक्रिया
कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान बाबरी मस्जिद स्थल पर मंदिर के निर्माण की जल्दबाजी यह दिखाती है कि किस प्रकार से भारत मे मुसलमानो को हाशिये पर धकेला जा रहा है।
ऐसी प्रतिक्रिया देकर पाकिस्तान भारत मे रह रहे मुसलमानो को हिन्दुओ के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रहा। लेकिन उसे ये नही पता कि यहां के मुसलमानों के लिए भारत ही उनका मुल्क है।