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छत्तीसगढ़ में एक ओर भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं। वहीं थोड़ा मौसम बदलता है तो भी आसमान से लोगों पर आफत बरस पड़ती है। ऐसा ही जांजगीर-चांपा और कोरबा जिले में शुक्रवार को हुआ है। जांजगीर-चांपा में जहां आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई। वह अपने पति के साथ खेत में काम कर रही थी। वहीं दूसरी ओर कोरबा में झमाझम बारिश और तेज हवाओं के बीच गिरी गाज ने 23 मवेशियों की जान ले ली। मवेशी बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे खड़े थे।
जांजगीर-चांपा: मनरेगा में काम कर रही थी महिला
जानकारी के मुताबिक, अकलतरा विकास खंड के ग्राम चांगोरी निवासी पूर्णिमा पटेल (28) सुबह करीब 7 बजे मनरेगा के तहत खेत का सौदरीकरण के कार्य में लगी थी। इस दौरान उसका पति राम नारायण और अन्य मजदूरों भी काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक मौसम बदला और तेज चमक के साथ वहां बिजली गिर पड़ी। इसकी चपेट में आकर पूर्णिमा गंभीर रूप से झुलस गई। यह देखकर सभी लोग उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।
कोरबा: पेड़ के नीचे खड़े मवेशियों पर गिरी गाज
वहीं कोरबा में बालको क्षेत्र के ग्राम सोनपुरी में सुबह करीब 8 बजे आकाशीय बिजली गिरने से 23 मवेशियों की मौत हो गई है। यह सभी मवेशी चरने के लिए गए हुए थे। इस दौरान बारिश होने पर मवेशी एक पेड़ के नीचे रुके हुए थे। पेड़ पर आकाशीय बिजली गिरी और मवेशी उसकी चपेट में आ गए। इस दौरान ग्रामीणों ने देखा तो दौड़कर मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि पेड़ के नीचे 30 मवेशी खड़े हुए थे। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को दी है।
बताया जा रहा है कि, अधिकांश मवेशी ग्राम सोनपुरी के थे। हादसे की सूचना पर मवेशी मालिक भी मौके पर पहुंचे। जानकारी मिलने पर तहसीलदार मुकेश देवांगन, राजस्व निरीक्षक समेत जिला प्रशासन के अन्य कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गए। तहसीलदार मुकेश देवांगन ने बताया कि मृत मवेशियों का पंचनामा तैयारा कराया जा रहा है। इसके बाद शासन को भेजा जाएगा। शासन की ओर से मिलने वाली मुआवजा राशि अग्रिम कार्यवाही के बाद मवेशी मालिकों को दी जाएगी।