स्वास्थ्य शिविर में पहुंचे लोग।
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बीजापुर जिले के अंतिम छोर पर बसे अतिसंवेदनशील पामेड़ में पहली बार विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम पहुंची और वहां के ग्रामीण मरीजों का इलाज कर उन्हें दवाएं दीं। जिला चिकित्सालय में पदस्थ चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने जिले के अंतिम व अतिसंवेदनशील क्षेत्र पामेड़ में एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर सैकड़ों लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई।
बता दें कि पिछले दिनों बीजापुर में आयोजित स्वास्थ्य विभागीय समीक्षा बैठक में कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने जिले के दूरस्थ व पहुंचविहीन क्षेत्रों में आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने व चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम को भेजने के निर्देश विभाग प्रमुखों को दिए थे। इसके बाद बीजापुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय रामटेके ने छः सदस्यीय टीम बनाकर जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में साप्ताहिक शिविर लगाने का आदेश जारी किया।
इसके तहत शुक्रवार को जिले के सबसे दूरस्थ एवम अतिसंवेदनशील क्षेत्र पामेड़ में पहली बार चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम पहुंची। शिविर में सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे। मरीजों को त्वरित उपचार कराने के साथ साथ कई मरीजों को बेहतर उपचार के लिए एक निश्चित तिथि में जिला चिकित्सालय आने को कहा गया। स्वास्थ्य शिविर के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. विकास गावेल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पामेड़ में पदस्थ डॉ. सुनील गौड़ और उनकी टीम ने पूर्व से ही पूरी व्यवस्थाएं कर ली थी।
पहुंचहीन क्षेत्र में पहली बार चिकित्सा विशेषज्ञों को अपने बीच पाकर लोगों में खुशी का माहौल था। लगभग 98 मरीजों का इलाज करने एवम परामर्श देने के साथ-साथ करीब 36 मरीजों को चश्मा दिया गया। चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम में डॉ. तरुण कंवर, नेत्र रोग विशेषज्ञ, डॉ. विभु तिवारी नाक कान गला रोग विशेषज्ञ, डॉ मंगेश शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉ राहुल औषधि विशेषज्ञ, सदाशिव दुर्गम, गोविंद सुनम, पामेड़ के समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।