अब से जमीन बेचने के मामले में बुधवार को पुलिस ने तत्कालीन पटवारी मनीराम को बिलासपुर से गिरफ्तार किया है मामले के दो अन्य आरोपी पहले ही पकड़े गए मामला दर्ज होने के बाद आरोपी फरार चल रहा था आरोपी को जेल भेज दिया गया है मोतीपुर निवासी तिलक वर्मा को तिलाई भाट के आरोपी चेतन वर्मा ने फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन बेची गई थी ई ग्राम मैं 680000 सुपरमैन इन वर्ष 2020 में फर्जी थी किस का राजस्व विभाग में नाम दर्ज होने के बाद परिजनों के बयान से बड़ी को पता चला शिकायत के बाद पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है
पूछताछ में आरोपी ने खोला राज जांच में पता चला कि खसरा नंबर केवल 53 डिसमिल के मूल भूमि है जिसका दो ही बंटा कांड हुआ है कभी नहीं हुआ इस दौरान आरोपी चेतन वर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई आरोपी ने बताया कि वह पटवारी के अंडर पटवारी के निर्देशानुसार राजस्व विभाग से संबंधित समस्त कार्य मासिक वेतन पर करता था उसी दौरान मैनुअल रिकॉर्ड को ऑनलाइन दर्ज करते समय फर्जी खसरा नंबर का सृजन कर अपने नाम पर खसरा नंबर का स्वामी को दिखाया था इसके बाद आरोपी चेतन वर्मा तथा तत्कालीन पटवारी गोविंद साहू को पूर्व में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा था प्रधान का अन्य आरोपी पटवारी मनीराम देगा थाने में केस दर्ज होने के बाद फरार चल रहा है उसे बिलासपुर से गिरफ्तार किया गया है आरोपी ने ऑनलाइन अभिलेख के अनुसार हस्ताक्षर किया और सीमांकन भी मौके पर जाकर नहीं किया साथ ही ऑनलाइन अभिलेख को यूनियन के नाम से नहीं किया गया था